देश के स्वतंत्रता आंदोलन की वो तारीखें जो इतिहास बन गईं। इन तारीखों में शहीदों का रक्त और उम्मीदें बँधीं हैं जो उन्होंने एक आज़ाद भारत के लिये देखीं थीं।
1608 : कैप्टन विलिय्म्स हॉकिंस का सूरत के जरिये व्यापार शुरु। मुगल शासक जहाँगीर का वो क़दम जो इस देश की तक़दीर बदल गया।
1707 : औरंगज़ेब की मृत्यु और मुगलों के अंत की शुरुआत।
1757 : प्लासी का युद्ध, सिराजुद्दौला की हार।
1764 : बक्सर का युद्ध, बंगाल ईस्ट इंडिया कम्पनी के हवाले।
1857 : हिन्दुस्तान की पहली क्रान्ति। लक्ष्मीबाई, तांत्या टोपे व मंगल पांडे शहीद। पूरे हिन्दुस्तान का कोई एक राजा न होना रहा नुकसान देह। बहादुर शाह ज़फ़र व मुगल हुकूमत का अंत।
1885 : ए.ओ.ह्यूम (Alan Octavian Hume) द्वारा काँग्रेस की स्थापना।
1905 : बंगाल का विभाजन। स्वदेशी का नारा बुलंद हुआ, दादाभाई नाओरोजी (कांग्रेस) द्वारा स्वराज की घोषणा। राज देशी नेताओं का, हुकुम ईस्ट इंडिया कम्पनी का।
1906 : मुस्लिम लीग का हिन्दुस्तान की राजनीति में जन्म।
1907 : काँग्रेस हुई दो फ़ाड़, बने गरम दल व नरम दल । बाल गंगाधर तिलक बने गरम दल के नेता।
1908 : 11 अगस्त को खुदीराम बोस को फ़ाँसी। उम्र: महज अठारह बरस... !!
1909 : Indian Council Act [Morley-Minto Reforms] मकसद भारतीयों की सरकार में दखल कम करना।
1914 : विश्व युद्ध आरम्भ।
1916 : गरम दल वापस कांग्रेस से जुड़े। काँग्रेस और मुस्लिम लीग में साथ मिलकर लड़ने का लखनऊ में हुआ समझौता।
1919 : तेरह अप्रैल, स्थान- जलियाँवाला बाग, अमृतसर। ब्रिटिश मिलिट्री द्वारा 379 निहत्थों पर गोलियाँ दागी गईं। जलियाँवालाबाग में बाहर निकलने का केवल एक और वह भी तंग रास्ता है। दीवारों पर आज भी गोलियों के निशान देखे जा सकते हैं। कुछ लोग यदि आज भी जिन्दा होंगे तो सोच रहे होंगे कि आज के हालात देखने से अच्छा होता यदि शहीद हो जाते।
1920 : असहयोग व खिलाफ़त आंदोलन आरम्भ।
1922 : चौरा-चौरी आंदोलन में तीन हजार लोगों के झुंड ने पुलिस चौकी जलाई व पुलिसवालों की हत्या की। नाराज़ गाँधी ने असहयोग आंदोलन वापस लिया।
1924 : काकोरी रेल लूटी गई।
1928 : लाला लाजपत राय की हत्या।
1929 : साइमन कमिशन का भारत में आना, भगत सिंह द्वारा एसेम्बली में बम फ़ेंका गया। पूर्ण स्वराज का इरादा जाहिर किया। मक़सद हिन्दुस्तान पर केवल हिन्दुस्तानियों का राज होना, ब्रिटेन की दखल मंज़ूर नहीं।
1930 : भगत सिंह द्वारा पूर्ण स्वराज के नारे के बाद काँग्रेस ने भी 26 जनवरी को पूर्ण स्वराज की घोषणा कर दी। डांडी मार्च व नमक सत्याग्रह भी उसी साल हुए।
1931 :5 मार्च को गाँधी व वाइसरॉय इरविन में हुआ समझौता जिसके अंतर्गत अहिंसक सत्याग्रहियों को जेल से बाहर करने पर व नमक इत्यादि पर टैक्स से मुक्ति पर हुआ समझौता। हिंसा से विद्रोह करने वालों पर कोई बात नहीं। अठारह दिन पश्चात 23 मार्च को भगत सिंह, राजगुरू व सुखदेव को फ़ाँसी।
1937 : 1935 एक्ट के तहत हुए चुनावों में काँग्रेस की भारी जीत।
1939 : दूसरा विश्व युद्ध शुरु।
1942 : अंग्रेज़ों भारत छोड़ो आंदोलन, सुभाष चंद्र बोस का काँग्रेस छोड़ा जाना व अपनी स्वयं की आर्मी बनाना।
1946 : बोस की असामयिक मृत्यु, कबिनेट मिशन का भारत आगमन, नौसेना द्वारा विद्रोह।
1947 : पन्द्रह अगस्त को लालकिले पर तिरंगा फ़हराया गया, देश आज़ाद हुआ।
जय हिन्द
वन्देमातरम
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1608 : कैप्टन विलिय्म्स हॉकिंस का सूरत के जरिये व्यापार शुरु। मुगल शासक जहाँगीर का वो क़दम जो इस देश की तक़दीर बदल गया।
1707 : औरंगज़ेब की मृत्यु और मुगलों के अंत की शुरुआत।
1757 : प्लासी का युद्ध, सिराजुद्दौला की हार।
1764 : बक्सर का युद्ध, बंगाल ईस्ट इंडिया कम्पनी के हवाले।
1857 : हिन्दुस्तान की पहली क्रान्ति। लक्ष्मीबाई, तांत्या टोपे व मंगल पांडे शहीद। पूरे हिन्दुस्तान का कोई एक राजा न होना रहा नुकसान देह। बहादुर शाह ज़फ़र व मुगल हुकूमत का अंत।
1885 : ए.ओ.ह्यूम (Alan Octavian Hume) द्वारा काँग्रेस की स्थापना।
1905 : बंगाल का विभाजन। स्वदेशी का नारा बुलंद हुआ, दादाभाई नाओरोजी (कांग्रेस) द्वारा स्वराज की घोषणा। राज देशी नेताओं का, हुकुम ईस्ट इंडिया कम्पनी का।
1906 : मुस्लिम लीग का हिन्दुस्तान की राजनीति में जन्म।
1907 : काँग्रेस हुई दो फ़ाड़, बने गरम दल व नरम दल । बाल गंगाधर तिलक बने गरम दल के नेता।
1908 : 11 अगस्त को खुदीराम बोस को फ़ाँसी। उम्र: महज अठारह बरस... !!
1909 : Indian Council Act [Morley-Minto Reforms] मकसद भारतीयों की सरकार में दखल कम करना।
1914 : विश्व युद्ध आरम्भ।
1916 : गरम दल वापस कांग्रेस से जुड़े। काँग्रेस और मुस्लिम लीग में साथ मिलकर लड़ने का लखनऊ में हुआ समझौता।
1919 : तेरह अप्रैल, स्थान- जलियाँवाला बाग, अमृतसर। ब्रिटिश मिलिट्री द्वारा 379 निहत्थों पर गोलियाँ दागी गईं। जलियाँवालाबाग में बाहर निकलने का केवल एक और वह भी तंग रास्ता है। दीवारों पर आज भी गोलियों के निशान देखे जा सकते हैं। कुछ लोग यदि आज भी जिन्दा होंगे तो सोच रहे होंगे कि आज के हालात देखने से अच्छा होता यदि शहीद हो जाते।
1920 : असहयोग व खिलाफ़त आंदोलन आरम्भ।
1922 : चौरा-चौरी आंदोलन में तीन हजार लोगों के झुंड ने पुलिस चौकी जलाई व पुलिसवालों की हत्या की। नाराज़ गाँधी ने असहयोग आंदोलन वापस लिया।
1924 : काकोरी रेल लूटी गई।
1928 : लाला लाजपत राय की हत्या।
1929 : साइमन कमिशन का भारत में आना, भगत सिंह द्वारा एसेम्बली में बम फ़ेंका गया। पूर्ण स्वराज का इरादा जाहिर किया। मक़सद हिन्दुस्तान पर केवल हिन्दुस्तानियों का राज होना, ब्रिटेन की दखल मंज़ूर नहीं।
1930 : भगत सिंह द्वारा पूर्ण स्वराज के नारे के बाद काँग्रेस ने भी 26 जनवरी को पूर्ण स्वराज की घोषणा कर दी। डांडी मार्च व नमक सत्याग्रह भी उसी साल हुए।
1931 :5 मार्च को गाँधी व वाइसरॉय इरविन में हुआ समझौता जिसके अंतर्गत अहिंसक सत्याग्रहियों को जेल से बाहर करने पर व नमक इत्यादि पर टैक्स से मुक्ति पर हुआ समझौता। हिंसा से विद्रोह करने वालों पर कोई बात नहीं। अठारह दिन पश्चात 23 मार्च को भगत सिंह, राजगुरू व सुखदेव को फ़ाँसी।
1937 : 1935 एक्ट के तहत हुए चुनावों में काँग्रेस की भारी जीत।
1939 : दूसरा विश्व युद्ध शुरु।
1942 : अंग्रेज़ों भारत छोड़ो आंदोलन, सुभाष चंद्र बोस का काँग्रेस छोड़ा जाना व अपनी स्वयं की आर्मी बनाना।
1946 : बोस की असामयिक मृत्यु, कबिनेट मिशन का भारत आगमन, नौसेना द्वारा विद्रोह।
1947 : पन्द्रह अगस्त को लालकिले पर तिरंगा फ़हराया गया, देश आज़ाद हुआ।
जय हिन्द
वन्देमातरम