समय
कितना कहा
रूका ही नहीं
आज शायद
किसी दुश्मन ने
आवाज़ दी होगी!!
दर्द
इसकी भी आदत
पड़ ही जायेगी
ये दर्द अभी नया जो है...
चेहरे
कितना घूमा..
पर मुखौटे ही देखने को मिले
चेहरे कहीं खो गये हैं क्या?
आज आइना भी
मुझसे यही कह रहा है!!
मिलावट
मिलावट का दौर
जारी है
आज तो मैं भी
इससे अछूता नहीं रहा...
माँ
माँ रात को सोती ही नहीं
जब से पैदा हुआ हूँ
तभी से है उसे
ये लाइलाज बीमारी!!