पिछले साल नवम्बर में मैंने पहली बार RTI का प्रयोग किया। होली से दो दिन पहले ही मुझे सरकार से ये जानकारी प्राप्त हुई। मैं जानना चाहता था कि दिल्ली के किस विधायक को कितना फ़ंड सरकार से मिला है और कितने का उपयोग हुआ है। ये जानकारी मैं आप सभी के साथ बाँटना चाहता हूँ ताकि आप समझ सके कि आपके इलाके के विधायक ने कितना पैसा आपके इलाके में लगया है। और यदि नहीं लगाया तो आप उससे सवाल कर सकें।
जानकारी के लिये बताता चलूँ कि दिल्ली में एक विधायक को साल में चार करोड़ रू मिलते हैं। 2010-11 तक दो करोड़ मिला करते थे। PDF फ़ाईल अथवा ZIP-JPG फ़ाईल में आप जो आँकड़े देख रहे हैं वो लाखों में दिये गये हैं।
पिछले चार सालों में प्रत्येक विधायक को 12 करोड़ रूपये विधायक निधि में मिले हैं।
उत्तरी, दक्षिणी व पूर्वी नगर निगम के क्षेत्र के आधार पर विधायकों को बाँटा गया है। आप देखेंगे कि सभी आँकड़े (लाख रू) के अनुसार हैं। मतलब यदि 400 लिखा है तो उसे चार करोड़ पढ़ें।
जैसे मेरे इलाके शकूर बस्ती से भाजपा के विधायक हैं श्याम लाल गर्ग। काम कुछ खास नहीं किया है, एक फ़ुट-ऑवर ब्रिज बना है जो इस्तेमाल नहीं होता। बकाया राशि 19 लाख, बाकि कहाँ गई, पता नहीं।
नीचे केवल हाई-प्रोफ़ाइल विधायक एवं मंत्रियों के नाम हैं। और 2012-13 (यानि 4 साल में जो उन्होंने खर्चा किया उसके बाद जितनी राशि बची है, वो लिख रहा हूँ। बची हुई राशि हो सकता है कि चुनावी साल यानि इस साल इस्तेमाल हो रही हो, जैसा कि हर नेता करता है।
जिन्होंने सबसे अधिक खर्च किया-
सबसे कंजूस (काम के न काज के !)
ये हुई न बात!
मतीम अहमद(सीलम पुर), सुभाष चोपड़ा(कालकाजी), डा. हर्षवर्धन (कृष्णा नगर), सुभाष सचदेवा (मोतीनगर) वे नाम हैं जिन्होंने सारी पूँजी अपने क्षेत्र में लगाई है।
बिजेंद्र सिंह (नांगलोई जाट ) - केवल एक हजार बचा है।
मित्रों, यदि आप में से कोई इसकी प्रति मँगवाना चाहता है तो मुझे ईमेल कर सकता है। मेरे एक मित्र ने मुझे बताया कि मैं कोई भी RTI की scanned copy अपने ब्लॉग पर शेयर नहीं कर सकता।
ये केवल बड़े नाम हैं। बाकि के नाम व आँकड़े आप PDF/JPG में देख सकते हैं। कोई त्रुटि रह गई हो तो माफ़ी।
ये केवल शुरुआत भर है। मैं आगे भी RTI दाखिल करता रहूँगा और आप सबको सूचित करूँगा।
घर बैठे RTI कैसे दाखिल करें - यहाँ जानें।
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जानकारी के लिये बताता चलूँ कि दिल्ली में एक विधायक को साल में चार करोड़ रू मिलते हैं। 2010-11 तक दो करोड़ मिला करते थे।
पिछले चार सालों में प्रत्येक विधायक को 12 करोड़ रूपये विधायक निधि में मिले हैं।
उत्तरी, दक्षिणी व पूर्वी नगर निगम के क्षेत्र के आधार पर विधायकों को बाँटा गया है। आप देखेंगे कि सभी आँकड़े (लाख रू) के अनुसार हैं। मतलब यदि 400 लिखा है तो उसे चार करोड़ पढ़ें।
जैसे मेरे इलाके शकूर बस्ती से भाजपा के विधायक हैं श्याम लाल गर्ग। काम कुछ खास नहीं किया है, एक फ़ुट-ऑवर ब्रिज बना है जो इस्तेमाल नहीं होता। बकाया राशि 19 लाख, बाकि कहाँ गई, पता नहीं।
नीचे केवल हाई-प्रोफ़ाइल विधायक एवं मंत्रियों के नाम हैं। और 2012-13 (यानि 4 साल में जो उन्होंने खर्चा किया उसके बाद जितनी राशि बची है, वो लिख रहा हूँ। बची हुई राशि हो सकता है कि चुनावी साल यानि इस साल इस्तेमाल हो रही हो, जैसा कि हर नेता करता है।
जिन्होंने सबसे अधिक खर्च किया-
- किरण वालिया (मालवीय नगर, कांग्रेस, मंत्री ) - 1 लाख रू बकाया। सही में काम किया लगता है।
- डा. हर्षवर्धन (कृष्णा नगर से भाजपा विधायक) - एक भी रूपया बाकि नहीं। सारा पैसा अपने इलाके में लगाया।
- नरेंद्र नाथ (शाहदरा, कांग्रेस के विधायक, शायद मंत्री रह चुके हैं)- केवल छह लाख बाकि।
- अरविन्दर सिंह लवली - गाँधी नगर से विधायक, सरकार में मंत्री - मात्र 75000 रूपये बाकी।
सबसे कंजूस (काम के न काज के !)
- मुख्य मंत्री शीला दीक्षित (नई दिल्ली से विधायक) - 3.5 करोड़ की राशि बाकि। माना कि नई दिल्ली का इलाका सबसे साफ़ सुथरे और वीआईपी इलाकों में आता है पर इसका मतलब ये कतई नहीं कि आप काम है न करें।
- मंगत राम सिंघल(आदर्श नगर, मंत्री) - 2.5 करोड़ बाकी।
- राज कुमार चौहान (मंगोल पुरी, कांग्रेस) - मंत्री 2012-13 के आखिर तक बकाया 3 करोड़|
- हारून युसुफ़ (बल्लीमारान - गालिब का घर है जहाँ, कांग्रेस सरकार में मंत्री) - बकाया 4 करोड़। क्या करते हैं भई...आखिरी साल के लिये बचाया लगता है..
- जगदीश मुखी (जनकपुरी, भाजपा में अग्रणी) - लोकसभा भी जीते हैं। भाजपा का गढ़। 2 करोड़ बकाया।
- विजय कुमार मल्होत्रा - (विधानसभा में विपक्ष के नेता, ग्रेटर कैलाश से विधायक) - एक करोड़ बकाया राशि। कुछ काम भी कर लिया करिये जनाब।
ये हुई न बात!
मतीम अहमद(सीलम पुर), सुभाष चोपड़ा(कालकाजी), डा. हर्षवर्धन (कृष्णा नगर), सुभाष सचदेवा (मोतीनगर) वे नाम हैं जिन्होंने सारी पूँजी अपने क्षेत्र में लगाई है।
बिजेंद्र सिंह (नांगलोई जाट ) - केवल एक हजार बचा है।
मित्रों, यदि आप में से कोई इसकी प्रति मँगवाना चाहता है तो मुझे ईमेल कर सकता है। मेरे एक मित्र ने मुझे बताया कि मैं कोई भी RTI की scanned copy अपने ब्लॉग पर शेयर नहीं कर सकता।
ये केवल बड़े नाम हैं।
ये केवल शुरुआत भर है। मैं आगे भी RTI दाखिल करता रहूँगा और आप सबको सूचित करूँगा।
घर बैठे RTI कैसे दाखिल करें - यहाँ जानें।
जय हिन्द
वन्देमातरम
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