विजय चौक (राजपथ, दिल्ली, भारत) |
हमारा देश 26 जनवरी 1950 को गणतंत्र घोषित किया गया। "घोषित" शब्द का प्रयोग इसलिये कर रहा हूँ क्योंकि संविधान लिखा तो गया पर उसके साथ कितना खिलवाड़ हुआ यह हम अच्छी तरह से जानते हैं। बहरहाल, हम बात करते हैं मुख्य अतिथियों की। साल 1950 से ही विदेशी प्रधानमंत्रियों, राष्ट्रपति व राजाओं को बुलाने का रिवाज़ रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी कि 1950 से 1954 के बीच गणतंत्र दिवस का समारोह कभी इर्विन स्टेडियम, किंग्सवे, लाल किला तो कभी रामलीला मैदान में हुआ था न कि राजपथ पर। 1955 से ही राजपथ पर परेड की शुरूआत हुई। प्रति वर्ष विदेशी रणनीति के तहत विभिन्न देशों से सम्बन्ध बनाने हेतु अलग लग गणमाननीय प्रतिनिधियों को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया जाने लगा। वर्ष 1950 से 1970 के दौरान Non-Aligned Movement और Eastern Bloc के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों की मेजबानी करी गई तो शीत-युद्ध के पश्चात पश्चिम देशों को न्यौता दिया गया।
ये गौर करने की बात है कि पाकिस्तान और चीन से युद्ध से पहले इन दोनों देशों के प्रतिनिधि गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हो चुके हैं। पाकिस्तान के कृषि मंत्री तो 1965 में अतिथि बने थे और उसके कुछ समय पश्च्चात ही पाकिस्तान से हमारा युद्ध हुआ। हर बार धोखा ही मिला है पाकिस्तान और चीन से। एक से अधिक बार बुलाये जाने वाले देशों में पड़ोसी राज्य भूटान, श्रीलंका और मोरिशियस के अलावा रूस, फ़्रांस व ब्रिटेन रहे हैं। ब्राज़ील और NAM सदस्य जैसे नाईजीरिया, इंडोनेशिया और यूगोस्लाविया भी एक से ज्यादा बार परेड का हिस्सा बन चुके हैं।
फ़्रांस से सबसे अधिक चार बार अतिथि भारत आये हैं। भूटान, मौरिशियस व रूस के के प्रतिनिधि तीन बार परेड में अतिथि बने हैं।
नीचे कुछ अतिथियों के नाम और देश के नाम हैं:
वर्ष अतिथि का नाम देश
1950 राष्ट्रपति सुकर्णो इंडोनेशिया (प्रथम अतिथि)
1951 -
1952 -
1953 -
1954 राजा जिग्मे डोरजी भूटान
1955 गवर्नर जनरल गुलाम मुहम्मद पाकिस्तान राजपथ पर परेड के पहले अतिथि
1956 -
1957 -
1958 मार्शल ये यिआनयिंग चीन
1959 -
1960 राष्ट्रपति किल्मेंट वोरोशिलोव सोवियत संघ (रूस)
1961 रानी एलिज़ाबेथ II ब्रिटेन
1962 -
1963 राजा नोरोडोम सिहानाउक कम्बोडिया
1964 -
1965 कृषि मंत्री राणा अब्दुल हमिद पाकिस्तान
1966 -
1967 -
1968 प्रधानमंत्री एलेक्ज़ेई कोसिजिन सोवियत संघ
राष्ट्रपति टीटो यूगोस्लाविया
1969 प्रधानमंत्री तोदोर ज़िवकोव बुल्गारिया
1970 -
1971 राष्ट्रपति जूलियस तन्ज़ानिया
1972 सीवोसगूर रामगुलम मोरिशियस
1973 मोबुतु सेसे सेको ज़ायरे
1974 राष्ट्रपति टीटो यूगोस्लाविया
रत्वत्ते बंदरनायके श्रीलंका
1975 केन्नेथ कौंडा ज़ाम्बिया
1976 फ़्रांस
1977 पोलैंड
1978 आयरलैंड
1979 ऑस्ट्रेलिया
1980 फ़्रांस
1981 मैक्सिको
1982 स्पेन
1983 नाइजीरिया
1984 भूटान
1985 अर्जेंटीना
1986 ग्रीस
1987 पेरू
1988 श्रीलंका
1989 वियतनाम
1990 मौरिशियस
1991 मालदीव्स
1992 पुर्तगाल
1993 ब्रिटेन
1994 सिंगापुर
1995 राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला दक्षिण अफ़्रीका
1996 ब्राज़ील
1997 त्रिनिदाद.तोबैगो
1998 फ़्रांस
1999 नेपाल
2000 नाइजिरिया
2001 अल्जीरिया
2002 मौरिशियस
2003 ईरान
2004 ब्राज़ील
2005 भूटान
2006 सऊदी अरब
2007 राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन रूस
2008 राष्ट्रपति निकोलस सर्कोज़ी फ़्रांस
2009 कज़ाकिस्तान
2010 कोरिया
2011 राष्ट्रपति सुसिलो बम्बांग युधोयोनो इंडोनेशिया
2012 प्रधानमंत्री यिन्गलक शिनवात्रा थाईलैंड
जय हिन्द
वन्देमातरम
1 comment:
अच्छी जानकारी!
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