हमारे देश में गर्व करने के लिये व सीखने के लिये इतना सब कुछ है फिर भी जब हम पश्चिम का मुँह ताकते हैं तो हैरानी होती है। दरअसल बात यह है कि हम अपना इतिहास भूल चुके हैं। या यूँ कहें कि इतिहास जानते ही नहीं। बराक ओबामा जब कहते हैं आज का विज्ञान भारत के इतिहास में दिये गये वैज्ञानिक उपलब्धियों पर टिका हुआ है तो यह कोई अतिश्योक्ति नहीं है। हमने शून्य दिया इस पर हमें गर्व होना चाहिये। जब हमने चिकिसा प्रणाली दी तब गर्व होना चाहिये। जब हमने Trigonometry का सिद्धांत दिया तब गर्व होना चाहिये। मैंने जब नारद पुराण के कुछ पन्ने पलटे तो मैं दंग रह गया कि उसमें ज्योतिष सिखाया गया है और उसमें Trigonometry की Pythagoras Theorem भी है और Heights & Distances के उदाहरण भी। हमें अपने वेदों व उपनिषदों पर गर्व होना चाहिये जिन्होंने आज के विज्ञान की नींव रखी। हमें अपने पूर्वजों पर गर्व होना चाहिये। हमें गीता पर गर्व होना चाहिये जो आज के आध्यात्मिकता की नींव है।
आज से धूप छाँव पर वैदिक गणित का आरम्भ कर रहा हूँ। मैंने अभी हाल ही में इसे पढ़ना शुरू किया और मैं शुरू के कुछ पन्ने पढ़ कर ही हैरान हो गया हूँ। मैं चाहता हूँ कि इस बेहतरीन तकनीक को सभी के साथ बाँटा जाये और सरकार से बार बार अनुरोध करूँगा कि छोटे बच्चों को इसकी शिक्षा दी जाये। ये विदेशी तकनीकों से बिल्कुल अलग है और बेहद सरल है। इसके किसी भी Calculation के लिये आपको केवल पाँच तक का ही पहाड़ा (Table) आने की जरूरत है।
वैदिक गणित सोलह सूत्रों से बना है।
आज एक उदाहरण से इस श्रृंख्ला का प्रारम्भ कर रहा हूँ।
मान लीजिये आपको 8 x 7 निकालना है।
आप कहेंगे कि इसका जवाब 56 है। बिल्कुल सही। लेकिन जैसा कि मैंने पहले कहा कि केवल 5 तक का ही Table आने की आवश्यकता है।
8 और 10 में 2 का अंतर है व 7 और 10 में 3 का अंतर है। इन्हें कुछ इस तरह से लिखें:
8 - 2
7 - 3
अब 8 में से 3 को (8-3 = 5)या फिर 7 में से 2 (7 - 2 = 5) को घटायें।
और 2 * 3 निकालें...(2*3=6) और कुछ इस तरह से लिखें:
8 2
7 3
(8-3) (2*3)
5 6
जवाब आपके सामने है: 56
इसी तरह से
7 x 6 = 42
7 3
6 4
(6-3) (3*4)
3 12 (अब इसमें से 1 को 3 में जोड़ें)
उत्तर : 42
इसे आप 100 के Base तक ले जा सकते हैं.. मसलन
99 * 88
99 1
88 12
(88-1) (1*12)
87 12
= 8712
इस प्रश्न का उत्तर निकालने के लिये आपको ज्यादा से ज्यादा 5 सेकंड लगेंगे... वहीं यदि आप किताबी तरीके से इसका उत्तर निकालने का प्रयास करें तो??? शर्त लगा सकता हूँ तीन से चार गुना अधिक समय लगेगा..
जो आपने ऊपर सूत्र जाना है वह है निखिलं नवतश्चरम दशत: । जगद्गुरू स्वामी श्री भारती कृष्ण तीर्थ जी महाराज (1884-1960) का धन्यवाद जिन्होंने वैदिक गणित को सोलह सूत्रों में पिरो कर हम तक पहुँचाया है।
यह तो अभी शुरूआत है। जैसे जैसे मैं आगे के पन्ने पढूँगा मैं आपके साथ बाँटता रहूँगा।
जय हिन्द
वन्देमातरम
जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गदापि गरीयसी।
19 comments:
How do we know which diagonal should we proceed? In first example, you go from left-top to right-bottom. Whereas in other examples, you go from left-bottom to right top?
Additionally, you have added 12 in first case and in third case you have not do the same? How do we make sure that need to add the output or not?
I got the answers...but still like if share your views too..
चाहें किसी भी Diagonal से subtract करें, नतीजा एक ही होगा...
इससे भी आसान तरीके आगे इंतज़ार कर रहें हैं.. :-)
multiply
73 * 77
can it be fast??
बिल्कुल हो सकता है पर अभी मुझे नहीं पता है.. जैसे ही पता चलता है मैं बताता हूँ.
Urdhva-Triyak Method can solve this multiplication. Will discuss this is next post.
Really too good and helpful
Very very nice
Sir kya swami ji ki ye book hindi language main hai ?
kya koi mujhe ye book de sakta haii ,,please.please ,please
Jab ikai Ke dono ank ek jase ho and dahai Ke anko Ka yog 10 ho tab
3x7=21
Just add 1 in ikai like 1+7x7=56 ans is 5621
5621
बहुत बढ़िया प्रयाश हम वास्तव मे अपने इतिहास को भूल चुके हैं जिसका श्रेय आजादी के बाद सत्तारूढ़ शासकों का हैं जो तुष्टीकरण नीति के कारण प्रचीन ग्रंथों को या उनके भागों को पाठ्यक्रम में सम्मिलित नहीँ किया गया..ऐसे में आप द्वारा किया जाने वाला प्रयाश सराहनीय हैं,
बहुत बढ़िया प्रयाश हम वास्तव मे अपने इतिहास को भूल चुके हैं जिसका श्रेय आजादी के बाद सत्तारूढ़ शासकों का हैं जो तुष्टीकरण नीति के कारण प्रचीन ग्रंथों को या उनके भागों को पाठ्यक्रम में सम्मिलित नहीँ किया गया..ऐसे में आप द्वारा किया जाने वाला प्रयाश सराहनीय हैं,
Dhanyawad anil ji
यह बहुत अच्छा प्रयास किया गया है दुनिया की सबसे प्राचीनतम गणित वीधी को जानने का
एक और सरल बिधि:-गुणा को इस प्रकार भी किया जा सक्ता है
99*88=8712
यहा पर 100 को अधार मानेगे और निम्न प्रकार से लिखेगे:--
99 88
1 12 (क्योकि 100-99=1 और 100-88=12)
अब (88-1=87) या(99-12=87) (1*12)
कोइ भी एक सरल संख्या को घटायेगे(जैसे 88 मे से 1 घटाना ज्यादा सरल है) और उसे पहिले लिखेगें फिर difference(या संख्या मे कितना जोडा जाये की बो 100 बन जाये उस अन्तर की संख्याओ को गुणा करेंगे) का गुणन फल किखेगें
(88-1)(1*12)
यानि 87 12
उत्तर =8712
Sir me apne math ko bahut hi scarf banana chahta hun so plz help me
Sir plz 187*129 ko solve kare
Sir aadhar sankhya kya hoti hai
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